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- Darshan Raval Barsaat 歌词
- Darshan Raval
- चल रहे थे हम अकेले
और तुम मिल गये थोड़ी सी बारिश होने लगी फिर तुम कहीं खो गये लग रहा था ख्वाब कोई छू के गुजरा हमें तोड़ा सा मुश्किल हो रहा है अब भूलाना तुम्हें बस इक लम्हे में तू ज़िंदगी बन गया फिर उम्र भर के लिए तू कितने गम दे गया बरसात की उस रात में टूटा था दिल मेरा मुझे याद है भीगा हुआ सा चेहरा था तेरा बरसात की उस रात में टूटा था दिल मेरा मुझे याद है भीगा हुआ सा चेहरा था तेरा मुझमें बाकी तेरी खुशबू यादों से ना जाता है तू ऐसा लगता है के मेरे पास तू शामें पहले जैसी ही है मौसम सारे वैसे ही है पागल हूँ मैं सोचूँ शायद आए तू मेरे इश्क़ के सफ़र को जैसे लग गयी नज़र ज़ुबां खामोश थी मगर ये दिल रोया तू खुश है ये सोच कर मैं कुछ कह पाया नहीं मैं खुद से ये कह दिया तू मेरा था ही नहीं बरसात की उस रात में टूटा था दिल मेरा मुझे याद है भीगा हुआ सा चेहरा था तेरा बरसात की उस रात में टूटा था दिल मेरा मुझे याद है भीगा हुआ सा चेहरा था तेरा बरसात की उस रात में टूटा था दिल मेरा बरसात की उस रात में टूटा था दिल मेरा बरसात की
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